लगते हैं सभी अपने बेगाने रिश्ते सभी दिखावटी और झूठे लगते हैं। लगते हैं सभी अपने बेगाने रिश्ते सभी दिखावटी और झूठे लगते हैं।
अपनों के भेष में पहने, मुखोटे सजीले। अपनों के भेष में पहने, मुखोटे सजीले।
डोरियाँ खिंच गई जिनकी, वो दुनिया को अलविदा कहते हैं, डोरियाँ खिंच गई जिनकी, वो दुनिया को अलविदा कहते हैं,
डॉ अशोक गोयल " अशोक " डॉ अशोक गोयल " अशोक "
यह दुनिया मेला है लोगों का रेला है रिश्तों का झमेला है फिर भी यह दुनिया मेला है लोगों का रेला है रिश्तों का झमेला है फिर भी
उतार लेती हूँ एक बार चेहरे से अपने वो दिखावटी मेकअप। उतार लेती हूँ एक बार चेहरे से अपने वो दिखावटी मेकअप।